Top Guidelines Of hindi kahaniyan
Top Guidelines Of hindi kahaniyan
Blog Article
hindi kahaniyan
दूसरी ओर, कछुआ, खरगोश की तुलना में काफी धीमा था। हालांकि, वह बिना रुके दौड़ लगाता रहा। धीरे–धीरे ही सही पर कछुआ फिनिशिंग लाइन तक पहुँचने में कामयाब रहा, और खरगोश हाथ मलता रह गया।
इसकी मेहनत का परिणाम यह सुंदर घौसला हैं.
उन्होंने मन ही मन विचार किया ये दोनों लड़ाई झगड़ा करके व्यर्थ में ही अपने प्राण ग्वानें पर तुले हुए हैं.
उनकी बात सुनकर प्रजापति मुस्कराएं. मन ही मन सोचने लगे ”किसे बड़ा बताऊँ” देवताओं को या दानवों को ?
मेरे कुछ भी घाटा नही पड़ेगा, पर पहले कुरज को छोड़ दे.
समदा रे कांठे ब्याई म्हारा बीर – टमरकटूँ
पहला- मेरा मन तो मीठी चीज खाने को कर रहा हैं.
इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि कोई भी कार्य अंतर्मन से छिपा नहीं रहता और अंतर्मन ही व्यक्ति को सही रास्ता दिखाता है.
आप दोनों ही कल मेरे यहाँ भोजन पर आमंत्रित हो. भोजन के बाद बताउगा की कौन बुद्धि में श्रेष्ट हैं.
इसने मेरे खेत में कितना बिगाड़ किया हैं, तुम अंदाजा लगा सकते हो.
Inspirational tales for kids of tiny lessons छोटी कक्षा के बच्चों के लिए शिक्षाप्रद कहानियाँ
उस रात के स्वप्न के बाद वह बालक रोजाना रात को छिप छिपकर पढ़ने लगा.
वैसे तो उसको यह कीमत कुछ ज्यादा ही लगी, मगर अपने वतन की लाज रखने की खातिर उन्होंने वो एक सूत्र खरीद लिया.
इससे अधिक देना मेरे हाथ की बात नही, उसने काफी निहोरे किये,